लॉर्ड्स टेस्ट: बुमराह की गेंदबाज़ी से इंग्लैंड हिला, राहुल-पंत पर उम्मीदें

पदमपति शर्मा
पदमपति शर्मा

लॉर्ड्स टेस्ट का दूसरा दिन स्कोर बोर्ड पर भले ही धीमा रहा हो, लेकिन मैदान पर मानसिक और तकनीकी स्तर पर इतनी हलचल रही कि दर्शक उबासी लेने की बजाय दांतों तले उंगलियां दबाते रहे। यह वह दिन था जब गेंदबाज़ी, बल्लेबाज़ी और बॉडी लैंग्वेज — तीनों ही भाषा बन गईं।

जसप्रीत बुमराह: संयम, स्विंग और सस्पेंस

टीम मैनेजमेंट ने बुमराह को एजबेस्टन में आराम देकर लॉर्ड्स के लिए चकाचौंध से भरा मंच तैयार कर दिया था। बुमराह ने बेन स्टोक्स का स्टंप उड़ा कर बता दिया कि वह सिर्फ़ गेंदबाज़ नहीं, निर्देशक भी हैं — जो बल्लेबाज़ों की स्क्रिप्ट में ट्विस्ट डाल देते हैं।

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उन्होंने जो रूट, वोक्स और स्टोक्स को आउट कर 20 रन में इंग्लैंड को घुटनों पर ला खड़ा किया। और सबसे बड़ी बात: उन्होंने पांच विकेट लेने के बाद जश्न नहीं मनाया
क्यों?
“अब मैं 21-22 साल का नहीं हूँ…” – बुमराह, थके मगर ठहरे हुए योद्धा।

जो रूट: दो रिकॉर्ड टूटे, एक कैच ने रचा इतिहास

जो रूट ने सुबह शतक पूरा करते हुए राहुल द्रविड़ और स्टीव स्मिथ को पीछे छोड़ा और स्लिप में एक हाथ से ऐसा कैच पकड़ा कि लॉर्ड्स की छत भी शायद तालियाँ बजाने लगी हो।

राहुल द्रविड़ का 210 कैच वाला रिकॉर्ड टूट गया। रूट बोले, “शतक तो अच्छा लगा, लेकिन अधूरा लगा” – अब इससे ज़्यादा परफेक्शनिस्ट कोई हो सकता है क्या?

इंग्लैंड का निचला क्रम: अब ये भी बैटिंग करते हैं!

जब स्कोर 271/7 था, तो इंडिया ने चाय पीकर जश्न मनाने की सोची होगी — लेकिन जेमी स्मिथ और ब्राइडन कार्स ने बल्लेबाज़ी में IPL मोड ऑन कर दिया।

कार्स ने आकाश दीप को कॉफी मशीन से सीधे स्टैंड में भेज दिया और स्मिथ ने राहुल को उनके ड्रॉप का पूरा मुआवज़ा दिया – 116 रन आख़िरी तीन विकेटों से जोड़कर इंग्लैंड ने भारत को “आपका स्वागत है लॉर्ड्स में” का बोर्ड दिखा दिया।

भारत की पारी: राहुल की रूहानी बल्लेबाज़ी और गिल की उलझन

जायसवाल को जोफ्रा ने थोड़ा जल्दी लॉर्ड्स दर्शन करा दिए। गिल फिर से शॉर्ट बॉल के शिकार हुए – उनका विकेट देख टीम इंडिया ने शायद स्लाइड बनवा दी हो: “बाउंसर में गुम एक प्रतिभा।”

राहुल की बल्लेबाज़ी बिल्कुल क्लासिक रेड वाइन जैसी – धीरे, संयम से, और समय के साथ असरदार।
अब सवाल ये – क्या पंत संग वो रैड वाइन वाली इनिंग को रन ड्राइव में बदल पाएंगे?

पंत की हिम्मत और बॉल की दुविधा

ऋषभ पंत की वापसी भारतीय फैंस के लिए खुशी और टेंशन दोनों है – जिस तरह वो बिना शॉट खेले भी एंटरटेन कर सकते हैं, उतना तो Netflix भी नहीं कर पाता।

गेंद की स्थिति पर विवाद ने टेस्ट को और ड्रामेटिक बना दिया। 10 ओवर बाद ही नई गेंद बदली गई, लेकिन जो आई वो “घिसी-पिटी” थी। शुभमन गिल और अंपायरों के बीच तनाव, गिल की तरह ही, पिच पर छा गया।

तीसरे दिन की कुंजी: पंत-राहुल की साझेदारी

अब सबकी निगाहें एक ही चीज़ पर टिकी हैं:
क्या पंत-राहुल की जोड़ी इंग्लैंड को उसी की तरह जवाब दे सकेगी?
या फिर भारत का निचला क्रम फिर से वही पुराना “जल्दी आउट” स्क्रिप्ट दोहराएगा?

भारत जब भी लॉर्ड्स आता है, तो कुछ सिखाने आता है। इस बार बुमराह ने बताया कैसे गेंद को नचाते हैं, और रूट ने दिखा दिया कैसे बल्ला और फील्डिंग एक साथ रिकॉर्ड तोड़ते हैं। अब राहुल और पंत पर है कि वो T20 के बादलों में टेस्ट की संडे वाली चाय की गरिमा बनाए रखें।

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